सुलतानपुर: जिसकी अधजली लाश मिली वह हरियाणा में घूमता मिला, प्रेमिका को फोन किया और फंस गया जाल में!

क्राइम सीरियल देखकर आया आइडिया, पुलिस ने की सख्ती तो उगल दिया राज!

सुलतानपुर। टेलीविजन के फेमस क्राइम सीरियल जो कि आजकल घर-घर पसंद किया जा रहा है के एक एपीसोड की कहानी देख सुलतानपुर में युवक ने एक सनसनीखेज वारदात को अंजाम दे डाला। जिस युवक का जला हुआ शव मिला, घर वाले मृत्यु भोज कर शांति पाठ करा डाले, वह हरियाणा में घुमता हुआ पाया गया। एक दूसरी गुमशुदगी व प्रेमिका के नंबर पर आए फोन से पुलिस ने तार जोड़ा तो इस सनसनीखेज मामले का खुलासा हो गया है।

पत्नी और दो बच्चों से पीछा छुड़ाकर प्रेमिका को पाने और नौ लाख के कर्ज से बचने को युवक ने खुद की फर्जी कत्ल की कहानी रच डाली थी। कोतवाली देहात थाने के दुबेपुर गांव में बीते 16 जनवरी की सुबह फार्म हाउस पर बुझे हुए अलाव के समीप जला हुआ शव पाया गया था। जिसकी शिनाख्त गांव के ही विक्रांत वर्मा पुत्र रमेश कुमार के रूप में हुई थी। शव का पंचनामा कर पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया था। पुलिस इसे आत्महत्या मानकर चल रही थी।

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उधर, परिजनों के दबाव पर पुलिस दो दिन बाद अज्ञात के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर शांत बैठ गई थी। हालांकि, स्वाट टीम चुपचाप प्रकरण में काम कर रही थी। हत्या का केस दर्ज करने के बाद पुलिस की तफ्तीश में विक्रांत की प्रेमिका का नाम भी सामने आया था। विक्रांत की प्रेमिका को पुलिस ने संदिग्ध मानते हुए रडार पर रखा था। उसका नंबर भी सर्विलांस पर लगा रखा था। 

इसी बीच करीब 10 दिन बाद सीएचसी दूबेपुर में संविदा पर तैनात अयोध्या जनपद के खंडासा थाना क्षेत्र के रौतावा निवासी द्वारिकानाथ शुक्ल की गुमशुदगी का प्रार्थना पत्र थाने पर पड़ा। इसकी जानकारी मिलते ही स्वाट/सर्विलांस टीम सक्रिय हो गई। इसी बीच बिक्रांत के प्रेमिका के नंबर पर एक ही नंबर से हरियाणा से लगातार कॉल आने लगा। इसके बाद पुलिस को अधजला शव मिलने और गुमशुदा संविदा चालक का तार जुड़ता दिखा। फिर यहां से पुलिस हरियाणा पहुंच गई, जहां पर उसे विक्रांत वर्मा जिंदा टहलता हुआ मिला।

पुलिस की सख्ती के बाद विक्रांत ने पूरी वारदात को पुलिस के सामने बयां कर दिया। उसने बताया कि उसे एक टीवी चैनल के क्राइम सीरियल से यह आइडिया मिला था। 

शराब पिलाकर कर दी थी संविदा चालक की हत्या 

एसपी सोमेन बर्मा ने बताया कि बिक्रांत बैंक के कर्ज से बचने और पत्नी व दो बच्चों से छुटकारा पाने के लिए इस वारदात को अंजाम देने की बात कबूल किया है। उन्होंने बताया कि अभियुक्त बिक्रांत वर्मा अपने सहयोगी शक्तिमान व अनुज साहू निवासी तुमरहिया थाना सोरो जनपद कासगंज उप्र (वर्तमान पता, हरियाणा पानीपत) के साथ मिलकर दूबेपुर सीएचसी पर तैनात संविदा चालक द्वारिकानाथ शुक्ल को अमहट शराब के ठेके पर ले जाकर शराब पिलाकर गला दबाकर हत्या कर दी थी। शव की शिनाख्त न हो इसके लिए पेट्रोल डालकर उसे जला दिया था।

शव को अपना दिखाने के लिए अपने फार्म हाउस पर अलाव के पास रख दिया था। साथ ही बगल ही बाइक पर विक्रांत ने पैंट में अपनी मोबाइल भी छोड़ दी थी। इसके बाद सहयोगियों के साथ वह हरियाणा चला गया था। कुछ दिन शांत रहा, फिर वह प्रेमिका के संपर्क में नए नंबर से फोन करने लगा। यही से पुलिस की पकड़ मजबूत होती गई और मामले में कड़ी से कड़ी जुड़ती चली गई। सीओ लंभुआ अब्दुस सलाम ने बताया कि आठ फरवरी को पुलिस ने बिक्रांत व उसके दो सहयोगियों को गली नंबर 28 वार्ड नंबर 16 थाना विकास नगर सेक्टर 29 पानीपत हरियाणा से गिरफ्तार कर लिया है। शुक्रवार को पुलिस ने इसका खुलासा किया है। 

खुलासा करने वाली टीम को 25 हजार का ईनाम 

एसपी सोमेन वर्मा ने बताया कि खुलासा करने वाली टीम को साहसिक व सराहनीय कार्य के लिए 25 हजार रुपये से पुरस्कृत किया गया है। टीम में एसओ श्याम सुंदर, दारोगा अखिलेश, विनय कुमार सिंह, स्वाट प्रभारी उपेंद्र प्रताप सिंह व अन्य शामिल रहे। 

Edited By: Ballia Tak

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