बादल फटने के बाद लापता हुआ कासगंज का सैनिक, सिक्किम पहुंचे परिजन...नहीं लगा कोई सुराग

कई अस्पतालों में सेना के अफसरों ने परिजनों से कराई शवों की शिनाख्त

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फोटो- सैनिक के गांव में परिजनों से जानकारी लेते हुए लोग।

कासगंज: सिक्किम में बादल फटने की घटना के बाद से लापता हुए कासगंज के सैनिक का कोई पता नहीं चल रहा। वहां मिले शवों की शिनाख्त के लिए सैनिक के परिवार के लोगों को बुलाया गया। परिजन सिक्किम पहुंच चुके है और वहां अलग अलग अस्पतालों में सेना के अफसरों के साथ पहुंचकर शवों की शिनाख्त के प्रयास किए, लेकिन सैनिक कोई सुराग नहीं लगा। अब डीएनए सैंपल संकलित कर सेना के अधिकारी सैनिक की तलाश करेंगे।

सिक्किम की घटना में 23 सैनिक शिकार हुए। अधिकतर के शव मिल चुके है वहीं कासगंज क्षेत्र गांव सलेमपुर पिरौंदा निवासी 39 वर्षीय राघवेंद्र सिंह उर्फ रास बिहारी लापता है। इनकी तलाश में सेना जुटी हुई है। इधर तमाम सैनिकों के क्षति विक्षत शव मिले हैं जिनकी शिनाख्त नहीं हो पा रही है। वहीं इन शवों में सैनिक की पहचान के लिए कासगंज से परिजनों को बुलाया गया। सैनिक राघवेंद्र के भाई नरेंद्र सिंह, पत्नी देवी, पांच वर्षीय बेटा भव्य और साढू सिक्किम पहुंच चुके है।

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 वहां सेना के अधिकारियों से मिले। सेना के अधिकारी कई अस्पतालों में परिजनों को लेकर पहुंचे और शवों की शिनाख्त कराई, लेकिन स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी। अब सेना घटना स्थल पर मलबा हटाकर लापता हुए सैनिक को ढूंढ रही है। वहीं सेना के अधिकारियों ने परिजनों को बताया है कि यदि कुछ हासिल नहीं होता है तो डीएनए सैंपल संकलित कर उसी के आधार पर अग्रिम कार्यवाही करेंगे।

गांव में पहुंचे आसपास के ग्रामीण
सैनिक के लापता होने की खबर के बाद उनके गांव पहुंचे और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ बातचीत की। ईश्वर से प्रार्थना की है सैनिक का सुराग लग जाए। इस दौरान परिजन काफी चिंतित दिखाई दिए है। सैनिक की 12 वर्ष की बेटी यशी और आठ वर्ष बेटी ओजस्वी का रो-रोकर बुरा हाल है।

अगले वर्ष लेने वाले थे स्वैछिक सेवानिवृत्ति
सैनिक राघवेंद्र ने वर्ष 2001 में एमएसआर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय एटा से 10वीं की पढ़ाई की। फिर इंटरमीडिएट की शिक्षा हासिल की। उसके बाद वर्ष 2004 में सेना में ड्राइवर की पोस्ट पर भर्ती हुए। वह छह माह पहले सिक्किम गए थे। अगले वर्ष स्वैछिक सेवानिवृत्ति लेने वाले थे।

भाई की तलाश के लिए सिक्किम पहुंच गए है। यहां सेना के अधिकारियों ने अस्पतालों में शवों की शिनाख्त कराई है, लेकिन अभी राघवेंद्र का कुछ पता नहीं चला है। सेना के अधिकारी डीएनए टेस्ट कराने को बोल रहे है--- नरेंद्र सिंह, लापता सैनिक के भाई।

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