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Lok Sabha Elections 2024 : भाजपा की पहली सूची जारी, बलिया और गाजीपुर सीट पर संशय बरकरार
Ballia News : भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव 2024 के लिए अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। सलेमपुर लोकसभा सीट पर एक बार फिर सांसद रवींद्र कुशवाहा पर भाजपा ने दांव खेला है। जबकि बलिया संसदीय सीट पर संशय बरकरार है। भाजपा की ओर से बलिया लोकसभा सीट पर उम्मीदवार तय न किए जाने पर उहापोह जारी है। यही हाल गाजीपुर लोकसभा सीट का है। यहां सपा और कांग्रेस गठबंधन से सपा उम्मीदवार के रूप में बसपा के वर्तमान सांसद अफजाल अंसारी को प्रत्याशी घोषित किया गया है। जबकि भाजपा साइलेंट मोड में है। इन सीटों को लेकर राजनीतिक गलियारे में चर्चाओं का बाजार गर्म है। बलिया संसदीय सीट सुभासपा के खाते में जाने के कयासों भी लगाए जा रहे हैं।
भाजपा व सुभासपा के अंदरखाने चल रहे गठबंधन के बाद से ही पहले सलेमपुर अब बलिया की सीट सुभासपा (ओमप्रकाश राजभर) के खाते में जाने की चर्चा हो रही है। हालांकि सीटों के बंटवारे को लेकर अभी तस्वीर साफ नहीं है। भाजपा ने अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की है। जिसमें बलिया सीट पर भाजपा की ओर से कोई उम्मीदवार तय नहीं किया गया है। जबकि सलेमपुर लोकसभा सीट पर प्रत्याशी की घोषणा हो गई है। ऐसे में इस सीट को सुभासपा के लिए छोड़ने की चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया है। हालांकि ओमप्रकाश राजभर के दिल्ली से लौटने के बाद ही कुछ स्पष्ट होगा। बलिया के बीजेपी सांसद समर्थकों का दावा है कि इस सीट से दौबारा वर्तमान सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त को ही टिकट मिलेगा। उनका तो यहां तक दावा है कि शीर्ष नेताओं की हरी झंडी मिल चुकी है। औपचारिक घोषणा होना बाकी है।
भाजपा में गाजीपुर सीट पर भी उहापोह
गाजीपुर संसदीय सीट पर बसपा सांसद व बाहुबली मुख्तार अंसारी के बड़े भाई अफजाल अंसारी का समाजवादी पार्टी से टिकट फाइनल होने के बाद इस सीट पर भी घमासान होना तय माना जा रहा है। पिछले लोकसभा चुनाव में विकास पुरुष के नाम से ख्याति प्राप्त करने वाले वर्तमान में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा को पराजय का सामना करना पड़ा था। भाजपा के सारे दांव-पेंच पिछले चुनाव में नहीं चले। हालांकि यहां मनोज सिन्हा के पुत्र अभिनव सिन्हा भी टिकट की होड़ में पूरजोर तरीके से लगे हुए थे। पार्टी नेतृत्व क्या फैसला लेती है, यह तो समय ही बताएगा। देखा जाए तो बलिया के साथ गाजीपुर सीट पर भी संशय बरकरार है।