बदायूं: शिक्षक संघ ने भरी हुंकार, धरने में संख्या सैकड़ों पार

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बदायूं: बीएसए के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई के लिए प्रदेश भर के शिक्षकों ने हुंकार भरी। मालवीय अध्यापक आवास गृह पर धरना-प्रदर्शन किया। सैकड़ों की संख्या पार हो गई। बारिश के समय भी शिक्षक नहीं रुके। सिटी मजिस्ट्रेट रामजीलाल ने शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष की निलंबन बहाली का पत्र दिया। सिटी मजिस्ट्रेट ने जांच रिपोर्ट शासन को भेजने की बात कही तो राष्ट्रगान के साथ धरना समाप्त हो गया।

प्रदेश अध्यक्ष ने बीएसए पर निलंबन की कार्रवाई न होने पर 8 अक्टूबर को लखनऊ में शिक्षा निदेशालय पर धरना-प्रदर्शन की चेतावनी दी है। चार सितंबर को बीएसए कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन के दौरान उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिनेश चंद्र शर्मा और बीएसए स्वाती भारती के बीच कहासुनी हुई। अगले दिन शिक्षक दिवस के दिन बीएसए ने संविलियन विद्यालय आरिफपुर नवादा के प्रधानाध्यापक व शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष व प्रदेश प्रचार मंत्री संजीव कुमार शर्मा को निलंबित किया था।

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शिक्षक संघ ने शासन स्तर पर बीएसए को निलंबित करने मांग की थी। वर्ना 20 सितंबर को धरना-प्रदर्शन की चेतावनी दी। जिसके अंतर्गत प्रदेश भर के सैकड़ों शिक्षक बुधवार को मालवीय अध्यापक आवास गृह पर पहुंचे। धरना-प्रदर्शन हुआ। विधान परिषद सदस्यों के अलावा, माध्यमिक शिक्षक संघ, उत्तर प्रदेश प्रधानाचार्य परिषद, उत्तर प्रदेश मिनिस्टीरियल कलेक्ट्रेट कर्मचारी संघ, समेत विभिन्न संगठनों का समर्थन भी मिला।

अध्यक्षता कर रहे प्रदेश अध्यक्ष ने बीएसए पर शिक्षक-शिक्षिकाओं के आर्थिक व मानसिक शोषण करने और बेवजह प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। जिसके चलते बीएसए पिछले दो महीने में जिलाध्यक्ष को दो बार निलंबित कर चुकी हैं। जानकारी करने पर बीएसए ने निलंबन की ठोस वजह बताने की बजाय कहा कि स्कूल शिक्षा के महानिदेशक के मौखिक आदेश पर निलंबन किया गयाा था। जो पूरी तरह से अवैधानिक है।

शिक्षक विधायक ध्रुव कुमार त्रिपाठी ने कहा कि बीएसए को निलंबित करने के लिए मुख्यमंत्री को पत्र दिया गया है। माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष एवं निवर्तमान एमएलसी सुरेश कुमार त्रिपाठी ने शिक्षक संगठनों के संघर्ष के पुराने इतिहास को साझा किया। कहा कि जब तक निलंबन बहाली का आदेश सक्षम अधिकारी द्वारा नहीं दिया जाता और शासन को आख्या नहीं भेजी जाती तब तक धरना जारी रहेगा।

दोपहर लगभग एक बजे सिटी मजिस्ट्रेट रामजीलाल, सीओ सिटी आलोक मिश्रा धरनास्थल पर पहुंचे। शिक्षकों को बताया कि डीएम ने सीडीओ से मामले की जांच कराई थी। जिसकी आख्या शासन को भेजी गई है। महामंत्री संजय सिंह, संचालन गोरखपुर मंडल के मंत्री श्रीधर मिश्रा, श्रीराय, अनुज शर्मा ने किया। 

मंथरा से की बीएसए की तुलना, महानिदेशक को बताया गॉड फादर

शिक्षक संघ के धरना में अयोध्या से आए एक पदाधिकारी ने बीएसए की तुलना मंथरा से कर दी। कहा कि अयोध्या में एक मंथरा हुआ करती थी। बदायूं में किसी को मंथरा नहीं बनने देंगे। मेरठ के पदाधिकारी ने कहा कि मेरठ में एक बीएसए ने बेवजह शिक्षक को निलंबित कर दिया था।

शिक्षक संघ ने प्रशासनिक आधार पर बीएसए का स्थानांतरण कराया। धरना के समापन के दौरान प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि बीएसए के लखनऊ में एक गॉड फादर बैठे हैं। जो कार्रवाई करने से बच रहे हैं। उन्होंने शिक्षकों से गॉड फादर का नाम पूछा तो शिक्षकों ने स्कूल शिक्षा के महानिदेशक का नाम लिया। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि बदायूं चलो हैशटैग की बजाय अब लखनऊ चलो का हैशटैग करें। 

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