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SP को नहीं पहचान पाए पुलिसकर्मी, रिश्वत लेते हुए दो सिपाही गिरफ्तार
हापुड़। सड़क दुर्घटना में क्षतिग्रस्त ट्रक से कच्चे नारियल दूसरे ट्रक में रखवाने के नाम पर मारवाड़ पुलिस चौकी पर तैनात दो पुलिसकर्मियों ने ट्रक मालिक से एक लाख रुपये की रिश्वत मांग दी। शिकायत पर एसपी अभिषेक वर्मा सादे कपड़ों में चौकी पहुंच गए। पुलिसकर्मियों ने एसपी के सामने ही रिश्वत के ₹9000 रुपये ले लिए। फिर क्या था, एसपी ने पिलखुवा कोतवाल को मौके पर बुलाकर दोनों पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कराया। दोनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
आरोप है कि मारवाड़ चौकी पर तैनात सिपाही गौरव और यशवीर ने क्षतिग्रस्त ट्रक से नारियल दूसरे ट्रक में पलटी कराने के नाम पर एक लाख रुपये की मांग की। ट्रक मालिक ने बताया कि ट्रक में लाखों रुपये का माल था, जो चार-पांच दिन देर होने पर खराब हो जाता। इसी का हवाला देेते हुए पुलिसकर्मियों ने उससे रिश्वत मांगनी शुरू कर दी। बाद में 25 हजार रुपये देने तय हुए।
एसपी से ट्रक मालिक के पुत्र ने की शिकायत
मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, पुलिसकर्मियों के रिश्वत मांंगने पर ट्रक मालिक के पुत्र मनींदर ने पुलिसकर्मियों से फोन पर बात की। उसके बाद मामला 25000 में तय हुआ। मनींदर ने बुधवार रात करीब 10.30 बजे एसपी अभिषेक वर्मा को फोन कर पूरे मामले की जानकारी दी। फिर, एसपी ने पुलिसकर्मियों को रंगे हाथों दबोचने की योजना बनाई। एसपी अभिषेक वर्मा ने करीब 12.30 बजे सादा कपड़ों में निजी कार से मारवाड़ पुलिस चौकी पहुंचे। यहां चौकी से कुछ दूर पहले ही मनींदर व उसके साथ मौजूद लोगों को चौकी पहुंचकर रुपये देने के लिए कहा। इन लोगों के साथ एसपी भी चौकी पहुंच गए, जहां दोनों पुलिसकर्मी मौजूद थे। दोनों ने 25 हजार रुपये की रिश्वत मांगी। उन्हें नौ हजार रुपये दे दिए गए, बाकी पैसे कुछ देर बाद देने की बात हुई। बड़ी बात यह रही कि एसपी को पुलिसकर्मी पहचान ही नहीं पाए और उनके सामने ही रिश्वत की डील हुई। घटना से गुस्साए एसपी ने तुरंत पिलखुवा कोतवाल नीरज कुमार को बुलाया और दोनों पुलिसकर्मियों को हिरासत में ले लिया गया। इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया।