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यू डॉयस पोर्टल पर नहीं फीड हो सका 5.29 लाख बच्चों का डाटा, खतरे में 758 स्कूलों की मान्यता
गोंडा: तमाम दिशा निर्देशों के बावजूद जिले के सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले 5.29 लाख बच्चों का डाटा यू डायस पोर्टल पर नहीं फीड हो सका है। इस ढिलाई पर केंद्र सरकार की नाराजगी के बाद बीएसए ने कड़ा रूख अख्तियार किया है और यू डायस पोर्टल पर डाटा न फीड करने वाले 758 स्कूलों को नोटिस जारी कर मान्यता रद्द करने के लिये नोटिस जारी किया है। बीएसए का कहना है कि सरकार की तरफ से डाटा फीड करने के लिये अंतिम अवसर देते हुए 31 दिसंबर तक की समय सीमा तय की है। अगर नियत तिथि तक कार्य पूरा नहीं किया जाता तो लापरवाही बरतने वाले स्कूलों का यू डायस कोड रद्द करते हुए उनकी मान्यता निरस्त करने की संस्तुति रिपोर्ट संबंधित को भेज दी जायेगी।
758 स्कूलों ने नहीं शुरू किया काम
जिले में संचालित 4695 स्कूलों में से अब तक 3937 स्कूलों ने इस प्रोफाइल का पहला चरण यानि स्कूल प्रोफाइल का काम पूरा किया है जबकि 758 स्कूल ऐसे हैं जिन्होंने अब तक काम ही नहीं शुरू किया है। 819 स्कूल ऐसे हैं जिन्होंने स्कूल प्रोफाइल का पहला चरण पूरा कर लिया है लेकिन अभी दूसरे चरण टीचर प्रोफाइल पर अटके हैं। इस लापरवाही से इन स्कूलों में नामांकित 5.29 लाख बच्चों का डाटा नहीं फीड हो सका है।
191 माध्यमिक व 182 मदरसे लापरवाही में शामिल
यू डॉयस पोर्टल पर डाटा अपलोड न करने वाले स्कूलों में माध्यमिक शिक्षा विभाग के सर्वाधिक 191 स्कूल शामिल हैं। इसके बाद अल्पसंख्यक विभाग के 182 मदरसे, व बेसिक शिक्षा विभाग से मान्यता प्राप्त 344 स्कूलों ने भी डाटा अपलोडिंग का कार्य नहीं शुरू किया है। जिले के 41परिषदीय स्कूलों की लापरवाही भी सामने आई है। बीएसए ने इन सभी स्कूलों कीा यू डायस कोड रद्द कर मान्यता निरस्त किए जाने की संस्तुति संबंधित विभाग को भेजी है। शिथिलता बरतने वाले 41 परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों का वेतन रोककर उनके खिलाफ कार्रवाई की तैयारी है।
स्कूलों की लापरवाही से 1.31 लाख बच्चे ड्रॉप आउट
स्कूलों ने यू डायस पोर्टल पर सिर्फ बच्चों का डाटा फीड करने में ही लापरवाही नहीं बरती है बल्कि पिछले सत्र में स्कूल से पास आउट हुए बच्चों का डाटा भी इंपोर्ट नहीं किया है। डाटा इंपोर्ट न होने से 1.31 लाख बच्चे ड्रॉप आउट की श्रेणी में पहुंच गए हैं। उनकी डिटेल पुराने से नए स्कूल में नहीं प्रदर्शित हो रही है। ऐसे में वह पढ़ाई छोड़ चुके हैं या किसी दूसरे स्कूल में पढ रहे हैं,यह स्पष्ट नहीं हो रहा है। बीएसए ने ऐसे सभी स्कूलों को पत्र जारी कर ड्रॉप आउट बॉक्स में पड़े बच्चों का डाटा इंपोर्ट करने का निर्देश दिया है।
बोले जिम्मेदार
भारत सरकार ने 31 दिसंबर तक यू डॉयस पोर्टल पर डाटा अपलोड करने के लिए अंतिम अवसर दिया है जबकि जिले के 758 स्कूल ऐसे हैं जिन्होंने अब तक काम ही नहीं शुरू किया है। ऐसे लापरवाह स्कूल संचालकों और उनके प्रधानाध्यापकों को नोटिस जारी किया गया है। 31 दिसंबर तक काम पूरा नहीं हुआ तो संबंधित स्कूल का यू डॉयस कोड रद्द करते हुए मान्यता निरस्त करने की संस्तुति की जायेगी।
- प्रेमचंद यादव, बीएसए