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बाराबंकी: सरकारी दफ्तर से बंट रही निजी क्षेत्र में नौकरी
बाराबंकी। दफ्तर सरकारी और वहां से नौकरियां दिलाई जा रहीं निजी कंपनियों में। जी हां सुनने में यह बात थोड़ा अजीब लग रही है, लेकिन जिले का सेवा योजन कार्यालय पिछले कई सालों से कुछ ऐसा ही कर रहा है। पंजीकरण कराने के बाद युवाओं को यहां पर रोजगार मेला लगाकर दस से पंद्रह हजार रुपये तक की नौकरी निजी कंपनियों में दिलाई जा रही हैं। कभी इस विभाग द्वारा सरकारी क्षेत्र में नौकरी देने का काम होता था। लेकिन समय के साथ हालात बदले और सेवायोजन कार्यालय में बेरोजगारों को पंजीकरण कराने के बाद सालों तक नौकरी के लिए इंतजार करना पड़ता था। ऐसे में अब यहां सिर्फ निजी क्षेत्र में ही नौकरी देने का काम चल रहा है।
वर्ष 2017 से पहले स्थानीय सेवायोजन कार्यालय में निजी क्षेत्र में नौकरी पाने के लिए युवाओं की अध्याधिक भीड़ लगती थी, लेकिन कोविड के चलते ऑनलाइन रोजगार मेले ने यह भीड़ भी समाप्त कर दी और ऑनलाइन मेला आयोजित होने लगा। वर्ष 2017 से 2023 तक इन पांच-छह सालों के अंदर हाईस्कूल, इंटर, स्नातक, स्नातकोत्तर, आईटीआई, डिप्लोमा और इंजीनियर आदि ने निजी क्षेत्र में रोजगार पाने के लिए ऑनलाइन पोर्टल पर पंजीकरण कराया है। जिसकी संख्या करीब 17 हजार 842 बताई गई है। इनमें 14 हजार पुरुष तो दो हजार से अधिक महिला वर्ग शामिल हैं।
किराये का भवन, कर्मचारी पांच
शहर के एक किराए के मकान में सालों से चल रहे सेवा योजन कार्यालय में मात्र पांच कर्मचारी हैं। जो विभाग की योजनाओं को अमली जामा पहना रहे हैं। बेरोजगारों को रोजगार दिलाने वाले इस विभाग में खुद कर्मचारियों का टोटा है। यहीं नहीं कम्प्यूटर व अन्य उपकरणों का भी रोना है। यहां कोई जिम्मेदार अधिकारी भी निरीक्षण करने नहीं आता।
वित्तीय वर्षवार युवाओं को मिला रोजगार
2017-18--764
2018-19--2335
2019-20--2079
2020-21--2608
2021-22--1277
2022-23--4667
2023-24--3487
लक्ष्य के अनुसार रोजगार मेले का आयोजन कर चयनितों को रोजगार से जोड़ा जाता है। विभाग काफी समय पहले सरकारी विभागों में भी नौकरियां दिलाने में आगे रहा है। अब हर वर्ष निर्धारित लक्ष्य के हिसाब से मेले का आयोजन कर लोगों को रोजगार से जोड़ा जा रहा है-देवव्रत कुमार, जिला सेवायोजन अधिकारी।