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शास्त्रीय रचना "काल प्रेरणा" के लिए डीएम बहराइच को "अमृतलाल नगर पुरस्कार" से सम्मानित किया गया
बहराइच 12 मार्च। मालवीय सभागार, लखनऊ विश्वविद्यालय में राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान, उत्तर प्रदेश द्वारा आयोजित
बहराईच: शास्त्रीय रचना "काल प्रेरणा" के लिए डीएम बहराइच को "अमृतलाल नगर पुरस्कार" से सम्मानित किया गया
अलंकरण समारोह में डीएम डॉ. चंद्रा को प्रशस्ति पत्र, एक वस्त्र और रु. एक लाख रुपये का चेक भेंट किया। डीएम डॉ. चंद्रा द्वारा लिखित पुस्तक "काल प्रेरणा" का संपादन "राजनैतिक दुनिया डॉट कॉम" के सम्पादक व वरिष्ठ पत्रकार एवं स्तंभकार कमलेश पाण्डेय ने किया है। जबकि इस पुस्तक का विमोचन विगत वर्ष 2022 में प्रख्यात विद्वान एवं केरल के राज्यपाल डॉ. आरिफ मोहम्मद खान ने केरल भवन, नई दिल्ली में किया था।
लेखक डॉ. दिनेश चन्द्र सिंह ने अपनी रचना के लिए सम्मानित एवं पुरस्कृत किये जाने पर उपरोक्त सभी लोगों के साथ-साथ पुस्तक विमोचन समारोह में पधारे सभी गणमान्य व्यक्तियों का आभार व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि सभी ने इसमें कुछ न कुछ योगदान दिया है, जिसके लिए मैं आभारी हूं. सबसे बड़ा आभार उन लोगों का है जिनके साथ हैं
शब्दों और भावों के कारण मुझे ऐसी रचना करने की प्रेरणा मिली, जो काल की प्रेरणा बनी और अब कर्म का निर्णय बन रही है।
गौरतलब है कि डॉ. दिनेश चंद्र सिंह एक सफल नौकरशाह हैं और अपने खाली समय में वे अपने महान व्यक्तिगत अनुभवों के आधार पर चिंतन, मनन और लेखन कार्य करते हैं। उनका लेखन अभ्यास वर्ष 2014 में शुरू हुआ है और उनकी पहली रचना 2015 में प्रकाशित हुई है। अब तक उन्होंने 4 पुस्तकें लिखी हैं, जबकि पांचवीं पुस्तक इस वर्ष शीघ्र ही प्रकाशित होने वाली है, जो छपाई की प्रक्रिया में है। उल्लेखनीय है कि साहित्य सृजन का यह कार्य वर्ष 2014 में नेपाल में आए भूकंप के बचाव अभियान के दौरान गोरखपुर में किए गए कार्य के फलस्वरूप "आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में अभिनव प्रयास" नामक प्रथम पुस्तक प्रकाशित हुई थी- 15.
वहीं भारत के माननीय चुनाव आयोग के तत्वावधान में नई दिल्ली में आयोजित द्वितीय पुस्तक वोटर फेस्टिवल 2016 ने इससे संबंधित अपने अनुभव को "पार्टिसिपेटरी फुल प्रैक्टिकल एक्सप्रेशन" नामक पुस्तक के रूप में प्रकाशित किया, जिसे माननीय भारत द्वारा अनुमोदित चुनाव आयोग ने इसे अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड किया था और तत्कालीन मुख्य चुनाव आयुक्त द्वारा लेखक की प्रशंसा की गई थी।
जबकि तीसरी पुस्तक “यादें विकास पथ और संघर्ष यात्रा” वर्ष 2018 में प्रकाशित हुई, जिसमें स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत अलीगढ़ जिले में किए गए विकास कार्यों के संबंध में प्राप्त अनुभव प्राप्त हुआ। ये काल प्रेरणा से पहले की पुस्तकें हैं। अतः इससे स्पष्ट होता है कि साहित्य सृजन का यह कार्य विगत 9-10 वर्षों से अनवरत रूप से किया जा रहा है। साथ ही सत्कर्मों से लोगों को अवगत कराने के उद्देश्य से बहराइच जिले में प्राप्त कुछ उल्लेखनीय अनुभवों एवं कार्यों पर आधारित अगली पुस्तक "कर्म निर्जन" प्रकाशन के क्रम में है।
विशेषज्ञों का कहना है कि इन पुस्तकों के माध्यम से लेखक ने अपनी उच्च कोटि की रचनात्मकता से समकालीन और आने वाली पीढ़ियों को जगाने का प्रयास किया है। उन्होंने अपनी रचनाओं में अतीत की घटनाओं के महत्व को वर्तमान परिस्थितियों से जोड़कर अपने पाठकों को समझाने का सफल प्रयास किया है।