
बलिया : लापरवाही पर भड़के डीएम, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी व डीसी को नोटिस
बलिया। जिलाधिकारी रवींद्र कुमार ने सोमवार को समाहरणालय सभागार में जिला अनुश्रवण समिति व एमडीएम टास्क फोर्स की समीक्षा बैठक के दौरान बीएसए मनीराम सिंह को एक प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी व एक जिला समन्वयक को कारण बताओ नोटिस जारी करने का निर्देश दिया.
बलिया। जिलाधिकारी रवींद्र कुमार ने सोमवार को समाहरणालय सभागार में जिला अनुश्रवण समिति व एमडीएम टास्क फोर्स की समीक्षा बैठक के दौरान बीएसए मनीराम सिंह को एक प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी व एक जिला समन्वयक को कारण बताओ नोटिस जारी करने का निर्देश दिया. साथ ही अन्य सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को भी स्थिति में सुधार करने की चेतावनी दी.
समीक्षा के दौरान पाया गया कि गडवार के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने पिछले माह मात्र सात विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया है. इस पर डीएम ने कड़ी नाराजगी जताते हुए बीएसए को संबंधित प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी करने का निर्देश दिया. डीएम ने प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में बच्चों के नामांकन, डीवीटी आदि की जानकारी मांगी। जिला समन्वयक सौरभ गुप्ता संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। इस पर डीएम ने आपत्ति जताते हुए बीएसए को उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी करने और स्थिति में सुधार नहीं होने पर सेवा समाप्त करने का निर्देश दिया.
डीएम ने कहा कि जिले के कस्तूरबा विद्यालयों की हालत खराब है. प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी विद्यालयों में सुधार के लिए प्रतिदिन निरीक्षण करें. छात्राओं व शिक्षकों की शत प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित की जाए। इन विद्यालयों में अधोसंरचना संबंधी कमियों की लिखित सूचना उपलब्ध कराई जाए।
उन्होंने सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि स्कूल खुलते ही व्यवस्थाएं सुधारें. शिक्षकों की शत-प्रतिशत उपस्थिति, शिक्षण सामग्री का उपयोग, साफ-सफाई आदि ठीक से हो, अन्यथा कार्रवाई के लिए शासन को पत्र लिखा जाएगा। डाइट मेंटर, एआरपी, एसआरजी को भी लक्ष्य के अनुरूप स्कूलों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए।
नगर पालिका व नगर पंचायत स्थित विद्यालयों को अधोसंरचनात्मक कमियों को दूर करने के लिए सूची उपलब्ध कराने को कहा। डीएम ने कस्तूरबा विद्यालय सहित विभाग में रिक्त पदों को भरने के लिए बीएसए को त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए. डीएम ने यह भी निर्देश दिया कि बीएससी खराब स्थिति वाले प्रखंड के प्रखंड शिक्षा अधिकारियों से प्रतिदिन वीडियो कांफ्रेंसिंग करें. सुधार न होने पर लापरवाह प्रखंड शिक्षा अधिकारियों की रिपोर्ट उपलब्ध कराएं, ताकि सरकार को कार्रवाई के लिए लिखा जा सके. बैठक में मुख्य विकास अधिकारी, मुख्य राजस्व अधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक, समाज कल्याण अधिकारी, समस्त प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी एवं समस्त जिला समन्वयक आदि उपस्थित थे.
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